राजेश चौधरी जी के यहाँ से 'नया ज्ञानोदय' और 'तद्भव' मांग कर लाया.वैसे बता दें किताबें-पत्रिकाएँ माँगने-तुंगने में अप्पन उस...
![13-01-2015](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEiRk5XfaKsCgtpXSBlEjLlQbWkGJZqU2qYuZdV1hUfdXsGYKcxjJOTBAGXBRhLXO7XvYnN61fy-giRSSdQn81ogQUzz0dJ94xBs8zNMcktSkZ9obvhVhQloM4seMQ9J65VrfGjyUKmr1R6s/s72-c/10860990_825735850820610_7659446470552151628_o.jpg)
राजेश चौधरी जी के यहाँ से 'नया ज्ञानोदय' और 'तद्भव' मांग कर लाया.वैसे बता दें किताबें-पत्रिकाएँ माँगने-तुंगने में अप्पन उस...
जीवन में दो तरह के लोग ज्यादा याद रहते हैं एक मुसीबत में साथ देने वाले और दूसरे मुसीबत जनने वाले -------------------------------------...
अरसे बाद इस बुढ़ाते वक़्त में कुछ प्रेरित करता हुआ सा लगा.युवाओं से मुखातिब होकर अपने मन की बात/विचार साझा करने का अपना आनंद है.चित्तौड़ ...
इन दिनों की व्यस्तता के बीच कोई भी कविता नहीं उपजी.बहिन के कल लड़की हुई.बेटी के अठारह से परीक्षाएं हैं.मित्रों से शहर में मिलना भी लगातार...
शहर में एक कवि संगोष्ठी में जाना हुआ.मैंने विविधताभरे कवि देखे.कुछेक कवि होने भ्रम में बुढा गए हैं.कुछ सिलेबस की किताबों से कविता बांच कर...
'बदायूं' का दर्द समझने के लिए यूपी का निवासी होना ज़रूरी नहीं है. औरतों के प्रति ग़लत-सलत वारदातों पर आदमीजात तो बोले ही मगर स्त्र...
शहर में खुद के लिए साहित्यिक-रिचार्ज लेने हेतु कई दोस्त हैं आज शाम एक घंटा राजेश चौधरी जी के यहाँ से रिचार्ज करवाया.राही मासूम रज़ा साहेब ...
रिश्तों में बाज़ार इस कदर घुस गया है कि बिना काम न कोई बात करता है न कोई मुस्कराता है.उल्टे जो खुलकर बतियाए और मुस्कुराए हम उसे शक की निगा...
बेटी के स्कूली छुट्टियां चल रही हैं.श्रीमती अपनी पढ़ाई में व्यस्त है.मैं किसी आगामी परीक्षा से खुद को चिंतित दिखाने में लगा हूँ.जून की साला...
अरसे बाद सूर्योदय के पहले ही जाग गया.दंतमंजन किए बगैर पैरों में चप्पलें डाल,घड़ी और मोबाइल लिए चल पड़ा सोची समझी राह पर जिसकी मंझिल एक नदी...